"रात का राज... और एक गलत फैसला"

कहानी: "रात का राज... और एक गलत फैसला"

अध्याय 1: अनजान मुलाकात

आदित्य बार के कोने में अकेले बैठा था, अपने व्हिस्की के गिलास को घुमाते हुए। उसकी शादी को पांच साल हो चुके थे, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वह अपनी पत्नी, नेहा से दूर होता जा रहा था। दोनों के बीच बस रोज़मर्रा के झगड़े और खामोशी रह गई थी।

तभी उसकी नज़र बार के दूसरे छोर पर बैठी एक लड़की पर पड़ी। लंबे काले बाल, लाल ड्रेस और उसकी गहरी आँखें... वह किसी का इंतज़ार कर रही लग रही थी। आदित्य ने उसकी तरफ देखा, और अचानक उस लड़की ने भी उसकी ओर देखकर एक शरारती सी मुस्कान बिखेर दी।

वह उठी और आदित्य के पास आकर बैठ गई।
"तुम अकेले हो?" उसने पूछा, उसकी आवाज़ में एक मादकता थी।
"हाँ... और तुम?" आदित्य ने जवाब दिया।
"मैं भी। शायद हम दोनों एक-दूसरे के लिए ही बने हैं आज रात।"

उस लड़की का नाम ईशा था। कुछ ही देर में दोनों शराब के नशे में डूब चुके थे। ईशा ने आदित्य का हाथ पकड़ा और कहा, "चलो, यहाँ से निकलते हैं।"


अध्याय 2: होटल का कमरा और एक गलत फैसला

आदित्य ने कभी नहीं सोचा था कि वह किसी औरत के साथ किसी होटल के कमरे में जाएगा। लेकिन आज रात वह अपने सारे नियम भूल चुका था।

कमरे का दरवाज़ा बंद हुआ और ईशा ने उसके शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए। आदित्य का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। उसने ईशा को अपनी ओर खींचा और दोनों एक जुनूनी चुंबन में खो गए।

लेकिन तभी...

"आदित्य...?"

एक परिचित आवाज़ ने उसे ठिठका दिया। वह पीछे मुड़ा तो देखा— वह उसकी पत्नी, नेहा की आवाज़ थी, जो उसके फोन से आ रही थी।

ईशा ने मुस्कुराते हुए कहा, "तुम्हारी पत्नी का कॉल है... शायद तुम्हें लेने आ रही है।"

आदित्य का खून सूख गया। "तुम... तुम जानती थी?"

ईशा ने धीरे से कहा, "हाँ... मैं नेहा की बेस्ट फ्रेंड हूँ। और मैंने तुम्हें टेस्ट किया। तुम फेल हो गए।"


अध्याय 3: सच्चाई का सामना

आदित्य का सिर चकरा रहा था। ईशा ने उसे धोखा दिया था, या फिर उसने खुद अपनी शादी को धोखा दिया था?

फोन पर नेहा की आवाज़ गूंजी, "आदित्य, तुम कहाँ हो? मैं तुम्हारे ऑफिस पहुँची, लेकिन तुम वहाँ नहीं थे।"

आदित्य ने झूठ बोला, "मैं... मैं किसी क्लाइंट के साथ हूँ। जल्दी आता हूँ।"

लेकिन ईशा ने मुस्कुराते हुए फोन उठा लिया और बोली, "नेहा, तुम्हारा पति तो मेरे साथ है। शायद तुम्हें उस पर नज़र रखनी चाहिए।"

फोन कट गया। आदित्य के हाथ से मोबाइल गिर पड़ा।


अंत:

अगले दिन, नेहा ने आदित्य को घर से निकाल दिया। ईशा गायब हो चुकी थी, लेकिन उसने आदित्य को एक मैसेज भेजा:

"अगली बार किसी औरत पर भरोसा करने से पहले, अपनी शादी की क़समों को याद रखना।"

आदित्य अब अकेला था... अपनी गलती का अफसोस करते हुए।

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